कोरोना वायरस से तात्पर्य ऐसे वायरस है, जो मुख्य रूप से जानवरों और पक्षियों में पाया जाता है।
जब कोई व्यक्ति कोरोना वायरस संक्रमित जानवरों के संपर्क में आता है तो इसका असर उसके श्वसन प्रणाली (respiratory system) पर पड़ता है।
हालांकि, कोरोना वायरस की पहचान करना मुश्किल है, लेकिन किसी भी अन्य बीमारी की तरह कोरोना वायरस के भी कुछ लक्षण होते हैं, जो इसका संकेत देते हैं।
अत: यदि किसी शख्स को अपने शरीर में ये 5 लक्षण दिखाई देते हैं, तो उसे तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए क्योंकि ये कोरोना वायरस की शुरूआत हो सकती है-
- नाक का बहना- कोरोना वायरस का प्रमुख लक्षण नाक का बहना या जुखाम होना है।
आमतौर पर, जुखाम को लोग गंभीरता से नहीं लेते हैं, जिसके लिए वे किसी तरह का इलाज भी नहीं कराते हैं।
लेकिन, नाक का बहना कई बार कोरोना वायरस जैसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है, जिसे नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए और हेल्थचेकअप कराना चाहिए। - सिरदर्द होना- अक्सर, सिरदर्द को तनाव से जोड़कर देखा जाता है, लेकिन कई बार यह कोरोना वायरस का लक्षण भी हो सकता है।
- गले में खराश होना- यदि किसी व्यक्ति के गले में खराश है, तो उसे तुरंत डॉक्टर से मिलकर इसकी जांच करानी चाहिए क्योंकि यह कोरोना वायरस का लक्षण हो सकता है।
- बुखार होना- कोरोना वायरस की शुरूआत बुखार से भी हो सकती है। ऐसी स्थिति में किसी भी तरह की दवाई को लेने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना महत्वपूर्ण होता है।
- बीमार महसूस करना- कोरोना वायरस होने की संभावना ऐसे लोगों में होती हैं, तो जिनकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता (immunity power) कमजोर होती है।
अत: यदि किसी व्यक्ति को बीमार महसूस होता है, तो उसे डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए ताकि इस बात की पुष्टि हो सके कि उसे कोरोना वायरस जैसी कोई गंभीर बीमारी नहीं है।
चूंकि, कोरोना वायरस हाल में ही सुर्खियों में आया है, तो इसी कारण इसके कारणों की पुष्टि नहीं हुई है।
लेकिन, अब तक कोरोना वायरस पर किए गए अध्ययनों में यह पुष्टि हुई है कि कोरोना वायरस के मुख्य रूप से 2 संभावित कारण हो सकते हैं, जो इस प्रकार हैं-
- जानवरों के संपर्क में आना- कोरोना वायरस मुख्य रूप से जानवरों के संपर्क में आने से होता है।
यदि किसी व्यक्ति को जानवर (चमगादड़) काट ले तो उसे कोरोना वायरस हो सकता है।
ऐसी स्थिति में उसे तुरंत मेडिकल सहायता लेनी चाहिए ताकि चमगादड़ के काटने से होने वाले साइड-इफेक्ट्स को कम किया जा सके। - बीमार जानवरों का सेवन करना- कोरोना वायरस उस स्थिति में भी हो सकता है, जब लोग कोरोना वायरस से पीड़ित जानवरों को खा लेते हैं।
इस प्रकार, लोगों को साफ मीट ही लेना चाहिए ताकि उन्हें कोरोना वायरस न हो।
कोरोना वायरस चीन समेत विश्व के अन्य देशों जैसे मकाउ, हांगकांग, अमेरिका,मलेशिया इत्यादि भी कोरोना वायरस की चपेट में है।
ऐसे में यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि कोरोना वायरस किस तरह इन देशों में फैल गया है। आखिरकार इसके कारण क्या हैं।
इस सवाल का उत्तर यह है कि कोरोना वायरस मुख्य रूप से निम्नलिखित तरीकों से फैल सकता है, जिनकी जानकारी सभी लोगों को होनी चाहिए-
- समुद्री भोजन (sea food) करना- आमतौर पर, कोरोना वायरस जानवरों से होने वाली बीमारी है।
इसी कारण, जब लोग समुद्री भोजन करते हैं, तो उनमें कोरोना वायरस हो सकता है, क्योंकि इसमें ज्यादातर मांसहारी भोजन ही शामिल होता है। - खांसते या छींकते समय मुंह पर कपड़ा न रखना- यदि लोग खांसते या छींकते समय मुंह पर कपड़े का इस्तेमाल नहीं करते हैं, तो उस स्थिति में कोरोना वायरस फैलने की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है।
- कोरोना वायरस संक्रमित लोगों से हाथ मिलाना- हममें से ज्यादातर लोग जब किसी दूसरे व्यक्ति से मिलते हैं, तो सबसे पहला काम हाथ मिलाने का करते हैं।
लेकिन, अक्सर ऐसा करना नुकसानदायक साबित हो सकता है क्योंकि इससे हमें गंभीर बीमारी हो सकती है।
ऐसा कोरोना वायरस पर भी लागू होती है, जिसके होने का एक कारण कोरोना वायरस से पीड़ित व्यक्ति से हाथ मिलाना है। - मांसाहारी भोजन करना- यदि कोई व्यक्ति मांसाहारी भोजन करता है, तो उसे कोरोना वायरस होने की संभावना अधिक रहती है।
इसका मतलब, मांसाहारी भोजन को गलत कहना नहीं बल्कि साफ जगह से मांसाहारी भोजन लेना और खाना है ताकि इसे खाने वाले लोगों को कोई गंभीर बीमारी न हो। - दूसरे व्यक्ति के चेहरे को छूना- कोरोना वायरस होने की संभावना उस स्थिति में बढ़ जाती है, यदि कोई व्यक्ति दूसरे व्यक्ति के चेहरे के अंगों जैसे आँख, नाक इत्यादि को बिना हाथ धोकर लगा देता है।
कोरोना वायरस समय के साथ गंभीर रूप ले सकता है और इससे पीड़ित लोगों को काफी सारी परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है।
अत: यदि कोई व्यक्ति कोरोना वायरस से पीड़ित है, तो उसे निम्नलिखित साइड-इफेक्ट्स से जुझना पड़ सकता है-
- नाक में संक्रमण होना- कोरोना वायरस का सीधा असर मानव-शरीर की श्वास नली पर पड़ता है।
इसकी वजह से लोगों के नाक में संक्रमण हो सकता है, जिसका सही समय पर इलाज न किया जाए तो यह गंभीर रूप ले सकता है। - साइनस होना- अक्सर, कोरोना वायरस काफी सारी अन्य बीमारियों का कारण भी बन सकता है।
इनमें साइनस भी शामिल है, जिसके लिए मेडिकल सहायता की जरूरत पड़ सकती है। - गले में दर्द होना- जैसा कि ऊपर स्पष्ट किया गया है कि कोरोना वायरस का लक्षण गले की खराश के रूप में भी दिखाई देता है।
इस प्रकार, यदि कोरोना वायरस का इलाज न किया जाए तो गले में खराश की समस्या बढ़ सकती है और लोगों को गले में दर्द भी हो सकता है। - चक्कर आना- कोरोना वायरस की वजह से व्यक्ति की रोग-प्रतिरोधक क्षमता भी कमजोर हो जाती है।
कोरोना वायरस से पीड़ित लोगों में काफी कमज़ोरी आ जाती है और उसे चक्कर आने की शिकायत भी रहने लगती है। - मौत होना- कोरोना वायरस का गंभीर साइड-इफेक्ट लोगों की मौत होना है।
ऐसा कोरोना वायरस का इलाज न करने की वजह से होता है और स्थिति में इस पर इलाज का कोई भी तरीका भी काम न नहीं आता है, जिसकी वजह से लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ता है।
हालांकि, कोरोना वायरस के कारण काफी सारे लोगों को अपनी ज़िदगी से हाथ धोना पड़ता है, लेकिन यदि थोड़ी सावधानी बरती जाए तो लोगों की ज़िदगी को बचाया जा सकता है।
इस प्रकार, कोरोना वायरस से इन 5 सावधानी बरतकर बचाव किया जा सकता है-
- हाथों को अच्छे तरीके से धोना- आमतौर पर, साफ-सफाई को अच्छी बात माना जाता है क्योंकि यह लोगों को सेहतमंद रहने में सहायता करती है।
यह बात कोरोना वायरस पर भी लागू होती है इसलिए कोरोना वायरस से बचाव में हाथों को अच्छे तरीके से धोना चाहिए। - बीमार लोगों से दूरी बनाए रखना- कोरोना वायरस से बचाव का कारगर तरीका है बीमार लोगों से दूरी बनाए रखना है।
चूंकि, कोरोना वायरस संक्रमित बीमारी है, इसलिए यह बीमारी ऐसे लोगों से फैल सकती है, जिसे कोई बीमारी या कोरोना वायरस है। - खांसते या छींकते समय मुंह को ढकना- कोरोना वायरस का बचाव में सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है।
इस प्रकार, खांसते या छींकते समय मुंह को ढकना चाहिए ताकि कोरोना वायरस के संपर्क में आने की संभावना बढ़ सकती है। - कच्चा या अधकच्चा भोजन न करना- हम सभी को अपने भोजन का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
हमें कभी भी कच्चा या अधकच्चा भोजन नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे कोरोना वायरस होने की संभावना बढ़ जाती है। - हेल्थचेकअप कराना- यह सबसे महत्वपूर्ण चीज़ है जिससे पालन सभी लोगों को करना चाहिए।
यदि कोरोना वायरस की बात की जाए तो लोगों को इससे बचाव करने के लिए समय-समय पर हेल्थचेकअप कराना चाहिए ताकि इस बात की पुष्टि हो सके कि किसी व्यक्ति के शरीर में कोरोना वायरस होने की संभावना तो नहीं।
आज के दौर में, कई सारी नई-नई बीमारियाँ सामने आ रही हैं।
इनमें कोरोना वायरस भी शामिल हैं, जो कुछ समय के बाद जानलेवा साबित हो सकती है।
चूंकि, लोगों में कोरोना वायरस की पूरी जानकारी नहीं है, इसी कारण वे इसके लक्षणों की पहचान नहीं कर पाते हैं।
कोरोना वायरस की पहचान सही समय पर न करने के कारण ही लोगों को काफी सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
अत: लोगों में इस वायरस को लेकर जागरूकता को बढ़ाना काफी जरूरी है ताकि वे इससे निजात पा सकें।
इस प्रकार, हमें उम्मीद है कि इस लेख को पढ़कर आपको कोरोना वायरस से जुड़ी आवश्यक जानकारी मिली होगी, जो आपके और आपके प्रियजनों के लिए लाभदायक साबित होगी।
सबसे अधिक पूछे जाने वाले सवाल (FAQ’S)
Q1. कोरोना वायरस क्या है?
Ans- कोरोना वायरस ऐसे वायरस हैं, जो जानवरों के साथ-साथ मनुष्यों को भी बीमार करने की क्षमता रखते हैं।
Q2. सीओवीआईडी (COVID-19) क्या है?
Ans- सीओवीआईडी (COVID-19) ऐसी संक्रमित बीमारी है, जो हाल ही में सुर्खियों में होने वाले कोरोना वायरस की वजह से होती है।
Q3. सीओवीआईडी (COVID-19) के लक्षण क्या हैं?
Ans- सीओवीआईडी (COVID-19) के सामान्य लक्षणों में बुखार होना, कमज़ोरी महसूस होना और सुखी खांसी होना शामिल हैं।
Q4. कोरोना वायरस कैसे फैलता है?
Ans- कोरोना वायरस मुख्य रूप से संक्रमित लोगों के संपर्क में आने, प्रदूषण में रहने या फिर अपोष्टिक भोजन का सेवन करने इत्यादि की वजह से होते हैं।
Q5. कोरोना वायरस से बचने और इसे फैलने से रोकने के लिए क्या करना चाहिए?
Ans- कोरोना वायरस से बचने और इसे फैलने से रोकने के लिए नियमित रूप से हाथ धोना, मास्क पहनना, अपने और लोगों (खांसने या छींकने वाले) के बीच में कम-से-कम 1 मीटर की दूरी रखना, सीओवीआईडी (COVID-19) से जुड़ी आवश्यक जानकारी प्राप्त करना इत्यादि कदमों को उठाना चाहिए।
Q6. क्या सीओवीआईडी (COVID-19) को रोकने में एंटीबायोटिक दवाईयां कारगर साबित हो सकती है?
Ans- जी नहीं, सीओवीआईडी (COVID-19) वायरस से होने वाली बीमारी है इसलिए इसमें एंटीबायोटिक दवाईयां कारगर साबित नहीं होती है।
Q7. कोरोना वायरस होने की संभावना किन लोगों में अधिक रहती है?
Ans- कोरोना वायरस मुख्य रूप से ऐसे लोगों को हो सकती है, जिन्हें एलर्जी हो या फिर जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता (immunity power) कमजोर हो।
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