जब बॉडी में आयरन की कमी हो जाती है, तो हमारी इम्यूनिटी भी कम होने लगती है। जैसा कि रोग-प्रतिरोधक क्षमता कम होने से किसी भी व्यक्ति के लिए बीमारियों का खतरा बहुत अधिक बढ़ जाता है। इसीलिए, आयरन की कमी होने पर लोगों के लिए इंफेक्शन्स और अन्य वायरल बीमारियों का रिस्क भी बढ़ जाता है।
Iron Deficiency: आयरन की सही खुराक शरीर के लिए ज़रूरी है। क्योंकि, आयरन हमारी इम्यूनिटी से जुड़ा हुआ। यह हमारे इम्यून सिस्टम को मज़बूत बनाता है। इसीलिए, जब बॉडी में आयरन की कमी हो जाती है, तो हमारी इम्यूनिटी भी कम होने लगती है। जैसा कि रोग-प्रतिरोधक क्षमता कम होने से किसी भी व्यक्ति के लिए बीमारियों का खतरा बहुत अधिक बढ़ जाता है। इसीलिए, आयरन की कमी होने पर लोगों के लिए इंफेक्शन्स और अन्य वायरल बीमारियों का रिस्क भी बढ़ जाता है।
क्या आयरन की कमी से कोविड-19 हो सकता है?
आयरन की कमी कारण हर प्रकार के इंफेक्शन्स का खतरा बढ़ जाता है। इसीलिए कोरोना वायरस महामारी के मौजूदा महौल में भी आयरन की कमी ना होने दें। ऐसा देखा गया है कि भारत में एनिमिया या खून की कमी के अधिकतर मामले महिलाओं में पाए जाते हैं। महिलाएं घर, बच्चों और ऑफिस के काम के बीच अपनी सेहत औऱ डायट पर विशेष ध्यान नहीं देतीं। जिसका एक नुकसान यह भी है।
लौह तत्व यानि आयरन हमारी बॉडी में लाल रक्त कणिकाओं का निर्माण करता है। ये सेल्स हीमोग्लोबिन के निर्माण में मदद करती हैं। जब शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर कम हो जाता है। तो, लंग्स तक ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाता। जिससे, सांस लेने की प्रक्रिया प्रभावित होती है। अगर किसी के शरीर में हीमोग्लोबिन कम है या उसे एऩिमिया है तो, ऐसे में सांस लेने से में परेशानी होने लगती है। जैसा कि कोविड-19 इंफेक्शन शरीर में श्वसन प्रक्रिया पर भी प्रभाव डालता है। इसीलिए, एनिमिया या आयरन की कमी से जूझ रहे लोगों में कोविड-19 का ख़तरा बढ़ सकता है।
आयरन की कमी कारण हर प्रकार के इंफेक्शन्स का खतरा बढ़ जाता है। इसीलिए कोरोना वायरस महामारी के मौजूदा महौल में भी आयरन की कमी ना होने दें। ऐसा देखा गया है कि भारत में एनिमिया या खून की कमी के अधिकतर मामले महिलाओं में पाए जाते हैं। महिलाएं घर, बच्चों और ऑफिस के काम के बीच अपनी सेहत औऱ डायट पर विशेष ध्यान नहीं देतीं। जिसका एक नुकसान यह भी है।
लौह तत्व यानि आयरन हमारी बॉडी में लाल रक्त कणिकाओं का निर्माण करता है। ये सेल्स हीमोग्लोबिन के निर्माण में मदद करती हैं। जब शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर कम हो जाता है। तो, लंग्स तक ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाता। जिससे, सांस लेने की प्रक्रिया प्रभावित होती है। अगर किसी के शरीर में हीमोग्लोबिन कम है या उसे एऩिमिया है तो, ऐसे में सांस लेने से में परेशानी होने लगती है। जैसा कि कोविड-19 इंफेक्शन शरीर में श्वसन प्रक्रिया पर भी प्रभाव डालता है। इसीलिए, एनिमिया या आयरन की कमी से जूझ रहे लोगों में कोविड-19 का ख़तरा बढ़ सकता है।
आयरन की कमी के लक्षण
- चेहरे की लाल रंगत फीकी पड़ना
- नाखूनों में पीलापन, खासकर मुट्ठी बांधने पर नाखूनों का पीला दिखना
- हमेशा थकान महसूस होना
- सिर दर्द
- सीने में बार-बार दर्द होना
- सांस लेने में दिक्कत
- हथेलियां और तलवों का ठंडा होना
- चेहरे की लाल रंगत फीकी पड़ना
- नाखूनों में पीलापन, खासकर मुट्ठी बांधने पर नाखूनों का पीला दिखना
- हमेशा थकान महसूस होना
- सिर दर्द
- सीने में बार-बार दर्द होना
- सांस लेने में दिक्कत
- हथेलियां और तलवों का ठंडा होना
आयरन की कमी दूर करने के उपाय
- हेल्दी और बैलेंस्ड डायल लें
- प्रेगनेंसी में मल्टी-विटामिन्स और फ्लोरिक एसिड जैसे सप्लीमेंट्स लें
- हरी पत्तेदार सब्ज़ियों का सेवन करें
- गुड़ खाएं
- बीटरूट, नारियल पानी का सेवन करनें
- बादाम और खजूर का सेवन करें
- मौसम के अनुसार सेब, अनार, अंगूर और खट्टे खाएं
- हेल्दी और बैलेंस्ड डायल लें
- प्रेगनेंसी में मल्टी-विटामिन्स और फ्लोरिक एसिड जैसे सप्लीमेंट्स लें
- हरी पत्तेदार सब्ज़ियों का सेवन करें
- गुड़ खाएं
- बीटरूट, नारियल पानी का सेवन करनें
- बादाम और खजूर का सेवन करें
- मौसम के अनुसार सेब, अनार, अंगूर और खट्टे खाएं
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